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Thursday, March 1, 2012

मार्च 2012 : ज्योतिष की नजर से

 

मार्च 2012 के प्रारंभ में सूर्य का कुंभ राशि में परिभ्रमण करने से सभी धान्यों के भावों में तेजी का रुख रहेगा। उत्तर के देशों में सुख-शांति रहेगी। पूर्व तथा दक्षिण के देशों में पीड़ा रहेगी। पश्चिम के देशों में युद्ध का भय बना रहेगा। मंगल का राशि भ्रमण स्वर्ण, चांदी के भाव में स्थिरता बनाएगा।

इसी प्रकार बुध का मीन राशि में परिभ्रमण करने से जंगली जानवरों पर विपत्ति आएगी। प्रजा और सरकार में विरोध होगा, जिससे अशांति का वातावरण बनेगा। शुक्र का मेष राशि में परिभ्रमण करने से भी पशुओं पर विपत्ति आएगी। साथ ही सभी धान्य महंगे होंगे। इसके प्रभाव स्वरूप वर्षा पर्याप्त होगी।

शनि का तुला राशि में परिभ्रमण अनाज के उत्पादन में वृद्धि कराएगा। प्रजा एवं कृषक दोनों को लाभ पहुंचाएगा। 15 मार्च से सूर्य का राशि परिवर्तन करके मीन राशि में प्रवेश करने से पश्चिम के देशों में सुभिक्ष आदि का सुख होगा। दक्षिण के देशों में युद्ध आदि का भय, पूर्व तथा उत्तर के देशों में अशांति, कष्‍ट, बालकों को पीड़ा रहेगी।

ग्रहों की दृष्टि पर नजर डालें तो विश्व में अशांति, बम विस्फोट की घटना का योग बनता है। आतंकवाद पर कंट्रोल होगा। कहीं जलप्लावनादि से जन-धन की हानि होगी। प्राकृतिक प्रकोपों से लोगों को कष्ट होगा। सोना कुछ मंदा रहेगा।

इस माह की कुंडली को मौसम की दृष्टि से देखें, तो पर्वतीय क्षेत्रों में वायु के साथ तेज प्रभाव से बूंदाबूंदी होगी। मैदानी भागों में गर्मी बढ़ने लगेगी। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड़, छत्तीसगढ़, बिहार में बादल चाल के साथ वायु का प्रभाव तेज होगा। शुक्र के प्रभाव से छिटपुट बूंदाबांदी भी कहीं-कहीं संभव है।

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