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Sunday, December 4, 2011

दिसंबर 2011 : ज्योतिष की नजर से..


ग्रहों का राशियों एवं नक्षत्रों पर परिभ्रमण करना और उनके इस परिभ्रमण से प्रकृति को प्रभावित करना। जीवधारियों पर प्रभाव होना, यह एक शाश्वत सत्य है। इस प्रभाव का असर दिसंबर 2011 में कैसा रहेगा जानिए :-

इस माह मंगल का परिभ्रमण स्वर्ण एवं अन्य धातुओं को महंगा बनाए रखेगा। सूर्य का वृश्चिक राशि में भ्रमण करने से पश्चिम के देशों में सुर्भिक्ष आदि का सुख रहेगा। पूर्व तथा उत्तर के देशों में कष्‍ट के योग बनते हैं। बच्चों के लिए भी कष्ट रहेगा। इसी के साथ दक्षिण के देशों में युद्ध का भय बना रहेगा।

इस माह बुध का वृश्चिक राशि में परिभ्रमण करना सभी अनाजों के भाव को बढ़ाएगा। कृषक के साथ-साथ सभी प्रजा को सुख का अनुभव होगा, क्योंकि फसल भरपूर होगी।
शुक्र भी कृषि पर असर डालेगा एवं अनाजों के भावों में भी तेजी दे सकता है। शनि का भ्रमण इस माह में अनाज के उत्पादन में बढ़ोतरी करेगा। प्रजा सुखी होगी।

ग्रहों की स्थिति एवं माह की ज्योतिष दृष्टि से मीठे पदार्थों के भाव तेज होंगे। भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि अच्छी होगी। भारतीय लोगों का दूसरे देशों में अच्छा प्रभाव होगा। स्वर्ण एवं अन्य धातुओं के भाव मंगल की परिभ्रमण की स्थिति से बढ़ेंगे एवं उतार-चढ़ाव का माह अंत में प्रभाव दिखाई देगा।

बुध का राशि परिभ्रमण का परिवर्तन हाथियों के लिए कष्ट वाला रहेगा। सरकार एवं प्रजा के मतभेद को आमने-सामने खड़ा कर सकता है। अर्थात् प्रजा शासक के विरोध में खड़ी होगी। माह मध्य में शुक्र का राशि परिवर्तन कृषि को हानि पहुंचा सकता है। यह भी अनाज के भाव को तेज करेगा।

इस माह की कुंडली मौसम की दृष्टि से देखे तो, सूर्य के साथ बुध के स्थिर होने एवं सूर्य के आगे शुक्र के होने से कुछ भागों में हल्की बूंदाबांदी के साथ शीत में वृद्धि होगी एवं कुछ भागों में तेज वायु के साथ शीत में वृद्धि होगी। पर्वतीय क्षेत्रों में बूंदाबांदी के साथ हिमपात होने की संभावना है।

मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, पंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड में हल्की बूंदाबांदी के साथ शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा।

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