श्रेया सरन : हैप्पी बर्थ डे...
श्रेया सरन के जन्म के समय जो नक्षत्र चल रहा था, उसने श्रेया को चतुर एवं चंचल
बनाया। कुंडली में सूर्य की स्थिति श्रेया को दीर्घ-सूत्री बनाती है,
चन्द्र सुन्दर-रूपवान एवं आर्थिक संपन्न बनाता है।
श्रेया के जन्म के समय मंगल कन्या राशि पर विराजमान था, जो श्रेया को अपने कार्य के प्रति कृतज्ञ बनाता है एवं सम्मान दिलाता है। कुंडली में बुध की स्थिति श्रेया को पराक्रमी बनाती है, साथ ही साथ कोमल शरीर वाला बनाता है। जन्म के समय गुरु तुला राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जिसने श्रेया को आर्थिक सुखी बनाया है।
गुरु की कुंडली में स्थिति के कारण श्रेया बुरे के साथ बुरा एवं अच्छे के साथ अच्छा व्यवहार करती है। शुक्र के प्रभाव के कारण श्रेया को मोहक शरीर प्राप्त हुआ। शुक्र ने जीवन सुखी बनाया। शनि भी श्रेया को सुख देता है, राहु-केतु की स्थिति श्रेया को दुखी कर सकती है, अत: राहु-केतु की शांति करना चाहिए।
श्रेया
का जन्म मंगल की महादशा में हुआ है, जिसका भोग्यकाल 4 वर्ष 4 माह रहा।
वर्तमान में गुरु की महादशा चल रही है, जोकि 22.01.2005 से प्रारंभ हुई है
एवं 22.01.2021 तक चलेगी। गुरु की महादशा में 28.12.2011 से केतु की
अन्तर्दशा चल रही है, जो 04.12.2012 तक चलेगी।
उसके बाद शुक्र की अन्तर्दशा रहेगी। गुरु की महादशा में केतु की अन्तर्दशा एवं केतु की अन्तर्दशा में 23.08.2012 से शनि की प्रत्यंतर दशा चल रही है, जो 16.10.2012 तक रहेगी।
श्रेया का अक्टूबर 2012 ठीक रहेगा, नवंबर-दिसंबर मध्यम रहेगा। जनवरी 2013 सफलता वाला रहेगा, फरवरी-मार्च 2013 सामान्य रहेगा। अप्रैल एवं मई माह करियर में नए ऑफर वाले रहेंगे। जून-जुलाई फिर सफलता दिलाएंगे। अगस्त 2013 मिश्रित फल वाला रहेगा।
श्रेया ने लाल रंग को अधिक पहनना चाहिए, शुभ है। श्रेया को गोमेद नग धारण करना चाहिए। इसके साथ ही मंगल की शांति करना चाहिए, जिससे आगे अच्छी सफलता मिलेगी।
शनि देता है श्रेया को सुख
श्रेया के जन्म के समय मंगल कन्या राशि पर विराजमान था, जो श्रेया को अपने कार्य के प्रति कृतज्ञ बनाता है एवं सम्मान दिलाता है। कुंडली में बुध की स्थिति श्रेया को पराक्रमी बनाती है, साथ ही साथ कोमल शरीर वाला बनाता है। जन्म के समय गुरु तुला राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जिसने श्रेया को आर्थिक सुखी बनाया है।
गुरु की कुंडली में स्थिति के कारण श्रेया बुरे के साथ बुरा एवं अच्छे के साथ अच्छा व्यवहार करती है। शुक्र के प्रभाव के कारण श्रेया को मोहक शरीर प्राप्त हुआ। शुक्र ने जीवन सुखी बनाया। शनि भी श्रेया को सुख देता है, राहु-केतु की स्थिति श्रेया को दुखी कर सकती है, अत: राहु-केतु की शांति करना चाहिए।
उसके बाद शुक्र की अन्तर्दशा रहेगी। गुरु की महादशा में केतु की अन्तर्दशा एवं केतु की अन्तर्दशा में 23.08.2012 से शनि की प्रत्यंतर दशा चल रही है, जो 16.10.2012 तक रहेगी।
श्रेया का अक्टूबर 2012 ठीक रहेगा, नवंबर-दिसंबर मध्यम रहेगा। जनवरी 2013 सफलता वाला रहेगा, फरवरी-मार्च 2013 सामान्य रहेगा। अप्रैल एवं मई माह करियर में नए ऑफर वाले रहेंगे। जून-जुलाई फिर सफलता दिलाएंगे। अगस्त 2013 मिश्रित फल वाला रहेगा।
श्रेया ने लाल रंग को अधिक पहनना चाहिए, शुभ है। श्रेया को गोमेद नग धारण करना चाहिए। इसके साथ ही मंगल की शांति करना चाहिए, जिससे आगे अच्छी सफलता मिलेगी।
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