फरवरी माह के प्रारंभ में दक्षिण के देशों में सुख शांति रहेगी। पश्चिम के देशों में अशांति रहेगी। उत्तर-पूर्व के देशों में आपसी तालमेल नहीं रहेगा ओर पड़ोसी देशों से युद्ध का भय रहेगा।
तेल के भाव में तेजी आएगी। तिल के भाव में उतार-चढा़व बना रहेगा। प्रजा को सुख शांति मिलेगी। कृषि में नुकसान अधिक होगा। गेहूं एवं मूंग के भाव में तेजी बनी रहेगी।
इस माह मंगल एवं शनि एक-दूसरे के दूसरे एवं 12वें भाव में होने से विश्व में अशांति रहेगी। वाहन दुर्घटनाएं बढ़ेंगी एवं भारत में राष्ट्र विरोधी तत्व सामने आएंगे। आतंकवाद का भय बना रहेगा। विश्व प्राकृतिक प्रकोप से जनता दुखी रहेगी।
13 फरवरी से उत्तर के देशों में शांति रहेगी। पूर्व दक्षिण के देशों में पीड़ा एवं पश्चिम के देशों में युद्ध का भय रहेगा।
इस माह पर्वतीय भागों में शीत के साथ वर्षा की बौछार पड़ेगी। उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में शीत के प्रकोप के साथ ओलावृष्टि या हिमपात संभव है।
मैदानी भागों में ऋतु परिवर्तन के लक्षण दिखाई देंगे, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के कुछ भागों में बादल के साथ वर्षा के योग है।
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