मनुष्य हमेशा नई ऊर्जा के साथ जीना चाहता है जिससे वह सदा प्रसन्न रह सके एवं उन्नति उसके कदम चूमे। नई ऊर्जा, नई उमंग के लिए स्वस्थ रहना परम आवश्यक है। अनेक विद्वानों ने, डॉक्टरों ने लिखा है, कहा है व्यक्ति बिना परेशानी के अपना मन किसी भी उद्देश्य को पूर्ण करने में लगा सकता है। हमारे यहाँ कहावत है।
1. पहला सुख निरोगी काया
निरोगी काया को रखने के लिए अपनाएँ कुछ टोटके। क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ आत्मा निवास करती है।
ज्वर (बुखार) नाशक
यदि आपका ज्वर सारे उपाय कर लेने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा हो, तो प्रभु पवनपुत्र हनुमान जी की शरण में जाएँ, क्योंकि उनकी कृपा से रोग नष्ट हो जाते हैं।
' नाशै रोग हरे सब पीड़ा'
अमावस्या या शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद हनुमान जी के मंदिर में पाकर प्रणाम करके उनके चरणों का सिंदूर ले आएँ। फिर ये मंत्र सात बार पढ़कर मरीज के मस्तिष्क पर लगा दें।
'मनो जबं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियय बुद्धिमतांवरिष्ठं।
वातात्मजं वानरयूथ मुख्यं श्रीरामदूत शरणं प्रवध्ये!'
ज्वर शीघ्र शांत हो जाएगा।
2. सफेद आँकड़े (मदार) की जड़ को लाकर स्त्री की बाईं एवं पुरुष की दाहिनी भुजा पर बाँध एक दिन छोड़कर आने वाला बुखार उतर जाएगा।
2. मोटापा घटाने के लिए
मनुष्य के शरीर की सुंदरता आवश्यक है। उसको फूर्ति के लिए शरीर गठा हुआ एवं सामान्य चाहिए। परंतु कई लोगों को मोटापा घेर लेता है जो दुखदायी रहता है एवं मनुष्य भद्दा दिखने लगता है। ज्यादा मोटापा कई बीमारी भी उत्पन्न करता है। मोटापा कम करने के लिए सरलतम टोटका अपनाएँ। रविवार के दिन अनामिक अँगुली में काला धागा बाँध ले। एवं उसको राँगे की अँगूठी से ढँक लो। अर्थात् पहन लो। आपको आश्चर्य होगा, मोटापा धीरे-धीरे कम हो जाएगा।
मनुष्य को स्वस्थ रहने के लि
एवं जल तुरंत पी जाएँ। आपको भूख लगने लगेगी। अनुभवी टोटका है।
4. दस्त लगने पर
अधिक दस्त लगने पर सहदेई की जड़ को लाकर उसके सात टुकड़े कर लें। ये ध्यान रहे टुकड़े बराबर-बराबर हों, फिर उसकी माला बनाकर कमर में बाँध लें। दस्त तुरंत बंद हो जाएँगे।
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