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Wednesday, March 6, 2013

मार्च 2013 : 12 राशियों का भविष्‍यफल

मेष- यह माह मिश्रित फल वाला रहेगा। व्यापार से अच्छा लाभ मिलेगा। कृषि वालों को हानि हो सकती है। नौकरी में अफसर खुश रहेंगे। विद्यार्थी वर्ग को परेशानी आएगी। पति-पत्नि के बीच तनाव की स्थिति बन सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

दि. 4, 7 शुभ है, 9 अशुभ है। गायत्री मंत्र लाभप्रद रहेगा

वृषभ- यह माह आर्थिक सुख वाला रहेगा। भूमि-वाहन प्राप्त होंगे। शत्रु परास्त होंगे। विद्यार्थी की उन्नति होगी। किसी नए कार्य के योग बनते हैं। व्यापार कृषि लाभ देगी। नौकरीपेशा के मन में संतोष रहेगा।

दि.10, 23 शुभ है, 6 अशुभ है। गुरु आराधना लाभप्रद रहेगी।
मिथुन-
यह माह संतान की उन्नति वाला रहेगा। नौकरी वालों के स्थान परिवर्तन के योग है। कृषि में हानि हो सकती है। व्यापार मध्यम रहेगा। यात्रा पर विशेष खर्च होगा। पत्नी को कष्ट रहेगा।

दि. 5, 15 शुभ है, 3 अशुभ है। श्रीकृष्ण आराधना लाभप्रद रहेगी

कर्क- यह माह भूमि-भवन के लाभ वाला रहेगा। अधूरे कार्य पूर्ण होंगे। घर में मांगलिक कार्य के योग हैं। राजनीति में उन्नति होगी। व्यापार में प्रगति होगी। कृषि वालों को एवं नौकरी वालों को इस माह परेशानी आ सकती है। माता को कष्ट के योग है।

दि. 9, 27 शुभ है 7 अशुभ है। शिव-शक्ति की आराधना लाभप्रद रहेगी।



सिंह- यह माह मानसिक सुख वाला रहेगा। कानूनी कार्यों में सफलता मिलेगी। विरोधी परास्त होंगे। पारिवारिक सुख रहेगा। व्यापार, कृषि ठीक रहेंगे। नौकरी वालों को अचानक लाभ मिलने के योग है।

दि. 1, 8, 24 शुभ है, 16 अशुभ है। हनुमानजी की आराधना लाभप्रद है

कन्या- यह माह मध्यम फल वाला रहेगा। माता पक्ष से सुख मिलेगा। शिक्षा के क्षेत्र में बाधा आएगी। पत्नी को कष्ट के योग है। व्यापार में हानि हो सकती है। कृषि मध्यम रहेगी। नौकरी में अधिकारी नाराज हो सकते हैं, ध्यान दें।

दि. 3, 12 शुभ है, 10 अशुभ है। श्रीराम आराधना लाभप्रद रहेगीतुला- यह माह न्यायिक कार्य में सफलता वाला रहेगा। व्यापार स्थिति कमजोर हो सकती है। कृषि भी हानि दे सकती है। नौकरी वालों की उन्नति होगी। रोगी को लाभ मिलेगा। किसी पुराने मित्र से मुलाकात होने से लाभ मिलेगा।

दि. 13, 26 शुभ है, 9 अशुभ है। शनि जाप करना लाभप्रद रहेगा

वृश्चिक- यह माह व्यापार वृद्धि वाला रहेगा। पत्नि को कष्ट हो सकता है। कृषि एवं नौकरी वालों के लिए यह माह मध्यम रहेगा। जरूरी होने पर ही यात्रा करें, हानि के योग है। शत्रु का भय बना रहेगा। मानसिक तनाव रहेगा।

दि. 7, 21 शुभ है, 3 अशुभ है। शक्ति की आराधना लाभप्रद रहेगी
धनु-
यह माह भूमि-भवन के लाभ वाला रहेगा। व्यापार में उन्नति होगी। कृषि भी लाभ देगी। नौकरी में पदोन्नति के साथ स्थान-परिवर्तन के योग हैं। संतान से कष्ट हो सकता है परंतु मित्रों से लाभ मिलेगा। शारीरिक पीड़ा रहेगी।

दि. 2, 20 शुभ है, 6 अशुभ है। गं गणपते नम: का जाप लाभप्रद रहेगा

मकर- यह माह पदोन्नति वाला रहेगा। व्यापार-कृषि मध्यम लाभ देगी। सामाजिक-धार्मिक यात्रा के योग हैं। विद्यार्थी को रूकावट आ सकती है, पिता को कष्ट के योग हैं। स्वयं को उदर की तकलीफ हो सकती है।

दि. 5, 8 शुभ है, 19 अशुभ है। शक्ति की आराधना लाभप्रद रहेगी


कुंभ- यह माह संतान सुख वाला रहेगा। व्यापार में हानि के योग। कृषि में अच्छा लाभ मिलेगा। नौकरी में अफसर खुश रहेंगे। धर्म के कार्य में परेशानी आएगी। धार्मिक यात्रा के योग हैं। भाई से सहयोग प्राप्त होगा।

दि. 3, 18 शुभ है, 29 अशुभ है। श्रीकृष्ण आराधना लाभप्रद रहेगी

मीन- यह माह अचानक लाभ वाला रहेगा। नौकरी में पदोन्नति होगी। व्यापार-कृषि लाभ देंगे। स्थान-परिवर्तन के योग भी हैं। वाहन दुर्घटना हो सकती है। माता को कष्ट रहेगा। ससुराल पक्ष से लाभ मिलेगा।

दि. 4, 24 शुभ है, 17 अशुभ है। सूर्य आराधना लाभप्रद रहेगी।

मार्च 2013 : ज्योतिष की नजर से

मार्च महीने में ग्रहों का राशियों पर भ्रमण और उनका प्रकृति व जीव-जंतुओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा, जानिए -

मार्च में सूर्य का भ्रमण उत्तर के देशों में सुख-शांति देगा। पूर्व-दक्षिण के देशों में पीड़ा और पश्चिम के देशों में अशांति का वातावरण पैदा करेगा।

मार्च में मंगल कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जिसके प्रभाव से सभी अन्न महंगे होंगे। अन्न के साथ अन्य वस्तुएं भी महंगी होगी। यह सब होते हुए भी मंगल के प्रभाव से जनता निर्भय रहेगी।

मार्च माह में चतुर्ग्रही (मंगल, बुध, सूर्य, शुक्र एक साथ है) योग भी बन रहे है, जिसके फलस्वरूप कहीं रक्त-पात, जल-पलायन होगा।

March and Astrology
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माह में शनि और मंगल एक-दूसरे के 6वें एवं 8वें भाव में होने से दुर्घटना, अग्नि-कांड, आतंकवादी गतिविधियों का भय रहेगा। साथ ही अशांति का वातावरण उत्पन्न होगा।

शुक्र के कुंभ राशि में भ्रमण करने से रूई ओर चांदी के भाव में कमी आएगी तथा शेयरों में तेजी आएगी।

15 मार्च से सूर्य राशि परिवर्तन कर मीन राशि में प्रवेश होगा जिससे पश्चिम के देशों में सुख-शांति होगी, पूर्व-उत्तर के देशों में अशांति रहेगी और दक्षिण के देशों में अशांति का वातावरण रहेगा। 17 मार्च से शुक्र भी अपनी राशि से अगली राशि पर भ्रमण करेगा, जिससे पृथ्वी पर अत्यंत सुख-शांति होगी।

मार्च 2013 की कुंडली में चतुर्ग्रही योग बन रहे हैं, जिसके फलस्वरूप पर्वतीय स्थल पर तेज वायु के साथ बूंदा-बांदी होगी।

दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तरप्रदेश, म.प्र, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार में बादल चल के साथ वायु का प्रभाव भी तेज होगा। शुक्र के कारण कहीं-कहीं बूंदा-बांदी भी संभव है।