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Tuesday, July 31, 2012

रक्षाबंधन के पवित्र शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन के पवित्र शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन के पवित्र शुभ मुहूर्त


किसी भी कार्य की शुरुआत अच्छे मुहूर्त में करना चाहिए। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य का परिणाम भी अच्छा आता है। भाई-बहन के इस पवित्र त्योहार के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर मंगल मुहूर्त में राखी बांधती है, उससे भाई की उन्नति, आयु व आय में वृद्धि होती है।

राखी के दिन ब्राह्मण बंधु जनेऊ (यज्ञोपवित्र) बदलते हैं, यह श्रावणी कर्म कहलाता है। इस बार जनेऊ बदलने का मुहूर्त- सुबह 06.32 से 8.44 तक (कर्क लग्न) है।

Raksha Bandhan ke Muhurt

रक्षाबंधन के पवित्र मुहूर्त :
सुबह 6 से 7.30

दोपहर में 12.05 से 03.00

शाम 04.31 से 07.32 तक।

लग्न अनुसार : -
सिंह लग्न - 6.33 से 08.45

कन्या - 08.45 से 10.58

धनु - 03.36 से 05.35

कुंभ - शाम 07.20 से 08.55

मेष - 10.25 से 12.05 तक रहेगा।

Monday, July 30, 2012

राशि अनुसार क्या बांधे भाई की क़लाई पर

राशि अनुसार क्या बांधे भाई की क़लाई पर

राशि अनुसार क्या बांधे भाई की क़लाई पर--> रक्षा-बंधन भाई-बहन के प्रेम का ही नही,आत्म-विस्वास वाला त्यौहार है! बहन अपने भाई के सिर
पर तिलक लगाकर उसकी लम्बी उम्र की कामना करती है,एवं हाथ में राखी रूपी प्यार का डोरा बांधकर अपनी रक्षा की भाई से प्रार्थना करती है!
ये ऐसा  त्यौहार है, जिसमे भाई-बहन अपने  पवित्र रिश्ते के लिए जन्म-जन्मान्तर के लिए एक- दुसरे की ख़ुशी,उन्नति,लम्बी आयु की कामना करते
है !
       स्वयम माँ लक्ष्मी द्वारा राजा बलि को यह राखी बंधन बांधा गया था ! तब से  यह पवित्र त्यौहार राखी के रूप में मनाया जाता है! राशि अनुसार  बहिने अपने भाई  की कलाई पर क्या बांधे  --------------
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  1. मेष---> मेष राशि वाली बहने अपने भाई को मालपुए खिलाये एवं लाल डोरे से निर्मित राखी बांधे!
  2. वृषभ--> वृषभ राशि वाली बहने अपने भाई को दूध से निर्मित मिठाई खिलाये एवं सफ़ेद रेशमी डोरे वाली राखी बांधे!
  3. मिथुन--> मिथुन राशि वाली बहने अपने भाई को बेसन से निर्मित मिठाई खिलाये एवं हरे डोरे वाली राखी बांधे!
  4. कर्क--> कर्क राशि वाली बहने अपने भाई को रबड़ी  खिलाये एवं पीली डोरे वाली राखी बांधे!
  5. सिंह--> सिंह राशि वाली बहने अपने भाई को रस वाली मिठाई खिलाये एवं पचरंग डोरे वाली राखी बांधे!
  6. कन्या--> कन्या राशि वाली बहने अपने भाई को मोतीचूर के लड्डू खिलाये एवं गणेश जी के प्रतिक वाली राखी बांधे!
  7. तुला--> तुला राशि वाली बहने अपने भाई को हलवा या घर में निर्मित मिठाई खिलाये एवं रेशमी हल्के पीले डोरे वाली राखी बांधे!
  8. वृश्चिक--> वृश्चिक राशि वाली बहने अपने भाई को गुड से बनी मिठाई खिलाये एवं गुलाबी डोरे वाली राखी बांधे!
  9. धनु--> धनु राशि वाली बहने अपने भाई को रसगुल्ले खिलाये एवं पीले व सफेद डोरे से निर्मित राखी बांधे!
  10. मकर--> मकर राशि वाली बहने अपने भाई को बालूशाही खिलाये एवं काले डोरे वाली राखी बांधे!
  11. कुम्भ--> कुम्भ राशि वाली बहने अपने भाई को कलाकंद खिलाये एवं नीले डोरे वाली राखी बांधे!
  12. मीन--> मीन राशि वाली बहने अपने भाई को मिल्ककेक खिलाये एवं पीले व नीले डोरे वाली राखी बांधे!

Wednesday, July 25, 2012

प्रणब मुखर्जी : शुभ ग्रह बना रहे हैं राष्ट्रपति

 

प्रणब मुखर्जी का जन्म मृगशिरा नक्षत्र में हुआ है, इसी नक्षत्र ने प्रणब को धैर्यवान, बुद्धिवान एवं प्रखर सोच वाला बनाया। मृगशिरा नक्षत्र के प्रभाव के कारण मुखर्जी राजनीति में आए।

प्रणब के जन्म के समय सूर्य वृश्चिक राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जिसने प्रणब दा को लोक-विख्यात बनाया। मंगल ने परिवारिक सुख एवं आर्थिक सुख दिया। गुरु एवं शुक्र ने आर्थिक सुख के साथ-साथ क्षमावान बनाया।

जन्म कुंडली में शनि कुंभ का होने से देश के प्रथम नागरिक तक का सफर प्रणब मुखर्जी ने तय किया। प्रणब का जन्म मंगल की महादशा में हुआ है। वर्तमान में केतु की महादशा चल रही है। केतु की महादशा में बुध की अंतर्दशा चल रही है, जो कि 16.2.2012 से 13.2.2013 तक रहेगी।

प्रणब का बुध लग्नेश में बैठा है, अत: इस अवधि में पद का शपथ ग्रहण फलीभूत होगा। 25.7.2012 को आनंद योग है, सुबह हस्त नक्षत्र 09.43 तक रहेगा, फिर चित्रा नक्षत्र रहेगा यह प्रणब दा के लिए फायदेमंद रहेगा। साथ ही 25 जुलाई को सर्वार्थ सिद्धि योग है, अत: इस शुभ मुहूर्त में देश के नए राष्ट्रपति का पद ग्रहण करना लाभप्रद रहेगा।

इस दौरान देश को नई उच्चाइयां मिलेंगी। जिसके सारे ग्रह उच्च के हों ऐसे व्यक्तित्व के हाथ में देश की बागडोर रहने से देश की यकीनन उन्नति होगी। आंतक पर नियंत्रण होगा। बाहरी विरोधी पर प्रभाव पड़ेगा। देश की राजनिति पर सीधा असर पड़ेगा।

25 जुलाई को नक्षत्र एवं योग के साथ चन्द्र की स्थिति, सूर्य की स्थिति प्रणब के अनुकूल रहने से देश को एक अच्छा राष्ट्रपति मिलेगा। शनि प्रणब को घमंडी बना सकता है, इसका उन्हें विशेष ध्यान देना होगा। किसी भी गंभीर मुद्दे पर निर्णय लेने के लिए बुध अच्छा सहयोग देगा। प्रणब मुखर्जी को गणेश आराधना करना चाहिए।

Tuesday, July 10, 2012

महेंद्र सिंह धोनी

 

महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची शहर में हुआ। उनके जन्म के समय उत्तरा-फाल्गुनी नक्षत्र चल रहा था, जिसने आपको देश का सर्वोच्च क्रिकेट खिलाडी़ बनाने के साथ-साथ भारतीय टीम की कप्तानी का मौका भी दिया। इतना ही नहीं देश-विदेश में ख्याति भी दिलाई।

जन्म के समय सूर्य मिथुन राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जिसने आपको आर्थिक संपन्न बनाया एवं कुंडली में बैठे सूर्य की स्थिति ने आपका भाग्योदय किया। सिंह के चंद्र ने मान-सम्मान दिलाया। कुंडली में चंद्र की स्थिति के प्रभाव से आपने अपने पराक्रम से धन एवं ख्याति अर्जित की। यह पारिवारिक सुख भी प्रदान करता है।

मंगल का शुक्र राशि में स्थित होने से दयावान स्वभाव का बनाता है। धोनी की कुंडली में बुध स्व-राशि मिथुन में विराजमान है, अत: यह धनवान एवं बुद्धिमान बनाता है। बुध की स्थिति अन्य कष्टों को भी दूर करती है।

गुरु भी वैभव प्रदान करता है। परंतु जातक हर समय कुछ न कुछ होते हुए भी असंतुष्ट रहता है। शुक्र भी आपको संपन्न बनाता है। पत्रिका में विराजित शनि के प्रभाव के कारण ही आपने माता-पिता एवं परिवार का नाम उज्ज्वल किया। आगे भी शनि की स्थिति उन्नति कराएगी।

आपके जन्म के समय शनि कन्या राशि पर भ्रमण कर रहा था, जिसने आपको भारतीय टीम का कप्तान बनाया। कुंडली में राहु की स्थिति के कारण आप विपक्ष टीम को परास्त करने की क्षमता रखते है अर्थात् टीम को जीत दिलाने में राहु का योगदान रहा है। केतु के कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है, गुर्दा से संबंधित तकलीफ हो सकती है, अत: ध्यान रखें।

जब भी कभी घोड़े की सवारी का मौका आए तो ध्यान रखें, इससे खतरा हो सकता है। आपके लिए राहु-केतु की शांति कराना बहुत फायदेमंद रहेगी। अत: अवश्य ही यह करना चाहिए।

महेंद्र का जन्म सूर्य की महादशा में हुआ है। जिसका भोग्यकाल 5 वर्ष 9 माह 21 दिन रहा। वर्तमान में राहु की महादशा चल रही है, जिसका प्रारंभ 28/4/2004 से हुआ है एवं 28/4/2022 तक रहेगी। राहु की महादशा में बुध की अंतर्दशा 10/4/2012 तक रहेगी, सूर्य की महादशा में बुध की अंतर्दशा चल रही है एवं बुध की अंतर्दशा में बुध की प्रत्युंतर दशा 20/8/2012 तक चलेगी। इस दौरान गणेश की आराधना लाभप्रद रहेगी।

आपके लिए आगामी समय में अगस्त 2012 का समय ठीक ही रहेगा, सितंबर-अक्टूबर मध्यम रहेगा, नवंबर-दिसंबर अच्छा रहेगा। लेकिन जनवरी 2013 भाग्य में नया मोड़ ला सकता है। फरवरी-मार्च 2013 अनुयायी प्रशंसक का नया उत्साह आपके प्रति उभरेगा। मई-जून 2013 आपके लिए कष्ट वाला हो सकता है। पन्ना एवं पुखराज का संयुक्त लॉकेट धारण करना फलदाई रहेगा।

श्रावण में राशि अनुसार करें शिव आराधना



- सुरेंद्र बिल्लौरे

प्रभु शिव को साधारण भक्ति से, साधारण पूजा से प्रसन्न किया जा सकता हैं। शिव अपने भक्तो की छोटी-सी आराधना से प्रसन्न हो जाते है। श्रावण मास में प्रभु को प्रसन्न करने के लिए अपनी राशि अनुसार करें उनकी आराधना। जानिए कैसे?

मेष- मेष राशि वाले जातक गुलाल से शिव का विशेष पूजन करें एवं पूरे श्रावण मास में 'ॐ ममलेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें।

वृषभ- वृषभ राशि वाले जातक दूध से शिवजी का अभिषेक करें। 'ॐ नागेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें।

मिथुन- मिथुन राशि वाले जातक शिवजी का गन्ने से अभिषेक करें। 'भूतेश्वराय नम:' का जाप करें।

कर्क- कर्क राशि वाले जातक शिवजी का पंचामृत से अभिषेक करें। महादेव के 'द्वादश नाम' का स्मरण करें।

सिंह- सिंह राशि वाले जातक शिवजी का शहद से अभिषेक करें। 'ॐ नम: शिवाय' की रोज एक माला करें।

कन्या- कन्या राशि वाले जातक शिवजी का सिर्फ शुद्ध जल से अभिषेक करें। 'शिव-चालिसा' का पाठ करें।

तुला- तुला राशि वाले जातक शिवजी का दही से अभिषेक करें। 'शिवाष्टक' का पाठ करें।

वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातक शिवजी का दूध, घी से अभिषेक करें। 'ॐ अंगारेश्वराय नम:' का जाप करें।

धनु- धनु राशि वाले जातक शिवजी का दूध से अभिषेक करें। 'ॐ रामेश्वराय नम:' का जाप करें।

मकर- मकर राशि वाले जातक शिवजी का अनार के रस से अभिषेक करें। 'शिव सहस्त्रनाम' का उच्चारण करें।

कुंभ- कुंभ राशि वाले जातक शिवजी का दूध, दही, शहद, शक्कर, घी, सभी से अलग-अलग अभिषेक करें। 'ॐ शिवाय नम:' का जाप करें।

मीन- मीन राशि वाले जातक शिवजी का ऋतुफल (जो वर्तमान में खास फल हो) से अभिषेक करें। 'ॐ भौमेश्वराय नम:' का जाप करें।

जो मनुष्य पूरे श्रावण में शिवजी का पूजन, जप-तप, आराधना, भक्ति करता है। वह अवश्य इस लोक में सुख भोग कर शिवलोक को प्राप्त होता है।

विशेष : - जो दम्पत्ति नि:संतान हो, वह शिवजी को श्रावण महीने के किसी भी दिन से 40 दिन तक घी चढ़ाता है, तो उसके घर संतान की प्राप्ति होती है।

Wednesday, July 4, 2012



जुलाई 2012 माह की कुंडली में सूर्य का राशि परिभ्रमण मिथुन राशि में होगा। जिसके प्रभाव से पश्चिम के देशों में सुख एवं सुर्भिक्ष होगा। पूर्व-उत्तर के देशों में बालकों को कष्ट एवं दक्षिण के देशों में युद्ध आदि का भय रहेगा।

पत्रिका में बैठे ग्रहों की स्थिति के अनुसार इस माह मंगल के प्रभाव से चंदन, रेशमी वस्त्र तथा लाल-वस्तुएं महंगी बनी रहेगी। शुक्र की स्थिति से प्रजा को सुख प्राप्त होंगा।

इस माह मंगल एवं शनि का द्वादश योग (एक-दूसरे के, बारहवें एवं दूसरे भाव में बैठे हैं) बन रहा है। इस योग के कुप्रभाव से पृथ्वी पर भय एवं अशांति का वातावरण रहेगा।

समाज विरोधी एवं राष्ट्र-विरोधी तत्वों की विध्वंसक गतिविधियों में वृद्धि होगी। बुध का कर्क राशि पर परिभ्रमण करने से साधारण लोगों को नाना प्रकार की पीड़ा का सामना करना पड़ेगा। व्यापार की दृष्टि से सोने के भाव में मंदी आएगी। श्वेत वस्त्रों के भाव घटेंगे। साथ ही चांदी के भाव भी कम होंगे।

इस माह 17 जुलाई से सूर्य अपनी राशि बदल कर कर्क राशि में प्रवेश करेगा। दक्षिण देशों से भय हटकर सुख-शांति का वातावरण रहेगा। उत्तर तथा पश्चिम के देशों में पीड़ा रहेगी। पूर्व के देशों में अशांति तथा पीड़ा रहेगी। शनि के प्रभाव से सिंधु, गुर्जर देशों में कृषि की हानि होगी एवं रोग- महामारी के रूप में होने के योग बनते है।

इस माह की कुंडली पर आकाशीय स्थिति से नजर डालें- तो कही जलप्लावन, तूफान, अधिक वर्षा आदि से प्राकृतिक प्रकोपों से जन-धन हानि की संभावना है।

इस माह में व्यापक वर्षा होने का योग है। मंगल-शनि की युक्ति के कही अधिक,कही कम बर्षा होगी !

Tuesday, July 3, 2012

जुलाई 2012 : द्वादश राशियों का फलादेश


- सुरेंद्र बिल्लौरे

मेष- मेष राशि वाले जातकों के लिए यह माह पारिवारिक सुख-शांति वाला रहेगा। कार्य करने का उत्साह बना रहेगा। मांगलिक कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा। माता-पिता का ध्यान रखें। ससुराल पक्ष से सहयोग प्राप्त होगा।

दिनांक 5,18 शुभ है, 6 अशुभ है। देवी आराधना लाभप्रद है।

वृषभ- वृषभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह उन्नति वाला रहेगा। भूमि की वृद्धि होगी। घर में मांगलिक कार्य के योग है। पुत्र से सुख प्राप्त होगा। नि:संतान के घर संतान के योग बनेंगे। आर्थिक वृद्धि होगी। सत्संग से अच्छा लाभ होगा।

दिनांक 2, 20 शुभ है, 14 अशुभ है। राम स्तुति से लाभ मिलेगा।

मिथुन- मिथुन राशि वाले जातकों के लिए यह माह स्त्री से सुख वाला रहेगा। वाहन सावधानी से चलाए, वाहन से कष्ट के योग है। किसी विशेष परिस्थति में ही यात्रा करें, यात्रा में कष्ट आ सकता है। मानसिक तनाव बना रहेगा। किसी मित्र से सहयोग मिलेगा। रिश्तेदारी में सोच-विचार कर व्यवहार करें।

दिनांक 8, 16 शुभ है, 25 अशुभ है। शिव-शक्ति की आराधना सुखप्रद है।

कर्क- कर्क राशि वाले जातकों के लिए यह माह सामान्य रहेगा। स्थानांतरण के योग बन रहे हैं। मानसिक तनाव रहेगा। मेहनत अधिक, लाभ कम वाली स्थिति रहेगी। शारीरिक कष्ट बना रहेगा। किसी की संगति से अच्छा लाभ मिलेगा।

दिनांक 9, 22 शुभ है, 3,15 अशुभ है। श्रीकृष्ण भक्ति लाभप्रद है।

सिंह- सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह माह पदोन्नति वाला रहेगा। व्यापार में लाभ मिलेगा। पुत्र सुख की प्राप्ति होगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। कृषि से लाभ मिलेगा। वाहन से कष्ट के योग है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर-परिवार में मांगलिक कार्य होगा।

दिनांक 14, 28 शुभ, 12 अशुभ है। श्री रामरक्षा स्तोत्र का पाठ लाभप्रद रहेगा।

कन्या- कन्या राशि वालों के लिए यह माह सहयोग एवं सफलता वाला रहेगा। मित्र से सहयोग प्राप्त होगा। पारिवारिक लोगों से आर्थिक सहयोग प्राप्त होगा। मांगलिक कार्य होंगे। व्यापार अच्छा रहेगा। कृषि भी लाभप्रद रहेगी। नौकरी वालों की उन्नति होगी। पिता की सेवा करना पड़ेगी अर्थात् उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

दिनांक 12, 26 शुभ, 30 अशुभ है। देवी आराधना लाभप्रद रहेगी।

तुला- तुला राशि वाले जातकों के लिए यह माह आर्थिक लाभ वाला रहेगा। नौकरी में पदौन्नति के साथ स्थान-परिवर्तन के योग है। जायदाद वृद्धि के भी योग है। स्त्री से सुख मिलेगा। घर में मांगलिक कार्य होंगे। किसी मित्र से सहयोग प्राप्त होगा।

दिनांक 12, 29 शुभ, 3, 8 अशुभ है। गायत्री मंत्र का जाप लाभप्रद रहेगा।

वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए यह माह जायदाद में वृद्धि वाला रहेगा। वाहन से कष्ट के योग है। यात्रा में परेशानी आ सकती है, अत: अतिआवश्यक हो तो ही यात्रा करें। व्यर्थ खर्च होगा। मानसिक तनाव रहेगा। किसी रिश्तेदार से सहयोग मिलेगा।

दिनांक 1, 5 शुभ है, 8 अशुभ है। श्रीकृष्ण की भक्ति लाभप्रद है।

धनु- धनु राशि वाले जातकों के लिए यह माह कष्ट वाला हो सकता है। पारिवारिक मदभेद हो सकता है। मानसिक तनाव रहेगा। प्रवास में कष्ट की संभावना है। मेहनत के समान लाभ नहीं मिलेगा। व्यापार सामान्य रहेगा। कृषि में लाभ मिलेगा। नौकरी में अधिकारी नाराज हो सकते है।

दिनांक 6, 9 शुभ है, 20 अशुभ है। रामरक्षा-स्त्रोत लाभप्रद रहेगा।

मकर- मकर राशि वाले जातकों के लिए यह माह व्यापार में वृद्धि वाला रहेगा। इस माह जायदाद के मामले में भी वृद्धि वाला रहेगा। कृषि सामान्य रहेगी। घर में मांगलिक कार्य होगा। मित्र से सहयोग मिलेगा। किसी नारी के चक्कर में न पड़े, वर्ना मुसीबत में आ सकते हो। नौकरी में अधिकारी खुश रहेंगे।

दिनांक 2, 11 शुभ, 4,12 अशुभ है। शिव-शक्ति की आराधना लाभप्रद रहेगी।

कुंभ- कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह पुत्र सुख वाला रहेगा। स्थान-परिवर्तन के योग बनते हैं। पत्नि से सुख प्राप्त होगा। नौकरी में उन्नति होगी। व्यापार लाभ देगा। कृषि सामान्य रहेगी। व्यर्थ खर्च से बचें। मित्र से सहयोग प्राप्त होगा।

दिनांक 3, 9 शुभ है, 7 अशुभ है। राधाकृष्ण की भक्ति लाभप्रद रहेगी।

मीन- मीन राशि वाले जातकों के लिए यह माह मिश्रित फल वाला रहेगा। व्यापार लाभ देगा। कृषि लाभप्रद रहेगी। नौकरी में उन्नति होगी। वाहन से कष्ट के योग, यात्रा में परेशानी के योग बन रहे है। अत: सावधानी रखना आवश्यक होगा। भाई से सहयोग प्राप्त होगा।

दिनांक 7, 10 शुभ, 12 अशुभ है। शिव-गायत्री का जाप करना लाभप्रद रहेगा।