Total Pageviews

Friday, February 17, 2012

शिवरात्रि के दिन करे वैदिक शिव पूजन

शिवरात्रि के दिन करे घर पर साधारण संक्षिप्त शिव पूजन,एवं पाए शिव जी का आशीर्वाद प्रसाद !वैदिक शिव पूजन --> भगवान शंकर की पूजा के समय शुध्द आसन पर बैठकर पहले आचमन,पवित्री- धारण करके - शरीर-शुध्दी एवं आसन शुध्दी कर  लेनी चाहिए ! तत्पश्चात पूजन-सामग्री को यथास्थान रखकर रक्षादीप प्रज्वलित कर ले!

तदनन्तर स्वस्ति-पाठ करे!इसके बाद पूजन का संकल्प कर भगवान गणेश एवं गोरी (भगवती ) का स्मरण कर पूजन करना चाहिए ! यदि हम रुद्राभिषेक,लघुरुद्र,महारुद्र इत्यादी विशेष अनुष्टान कर रहे है, तो नवग्रह,कलश, षोडश-मात्रका का भी पूजन करना चाहिए !
संकल्प,गणेश,भगवती पूजन के बाद नन्दीश्वर, वीरभद्र,कार्तिकेय एवं सर्प का संक्षिप्त पूजन करना चाहिए ! इसके पश्चात हाथ में विल्वपत्र एवं अक्षत लेकर भगवन शिव का ध्यान करे!
यदि पूजन घर में आप ही कर रहे है,तो साधारण पूजन ही करे, साधारण पूजन से ही भगवान शिव प्रसन्न हो जाते है! ध्यान के बाद आसन, आचमन,स्नान पय:स्नान,दधिस्नान,घीस्नान,मधुस्नान,शक्करस्नान कराए !
इसके बाद भगवान को पंचा-म्रत स्नान कराए! फिर गंधोदकस्नान कराए फिर शुध्द स्नान कराए!
फिर भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाये वस्त्र के बाद जनेऊ चढाये फिर गंध,इत्र, अक्षत,पुष्पमाला,विल्वपत्र चढाये!
फिर नानापरिमलद्रव्य भगवान शिव को चढ़ाये! इसके पश्चात धुप-दीप बताये, हाथ धोकर भोलेनाथ को नैवेध
लगाये! नैवेध के बाद फल,ताम्बुल-पूगीफल,दक्षिना चराकर आरती करे ! इसके बाद क्षमा-याचना करे!
इस प्रकार संक्षिप्त पूजन करने से ही भगवान शिव प्रसन्न होकर आपके मनोरथ पूर्ण करेगे ! 





Wednesday, February 15, 2012

महामृत्युंजय जप किन परिस्तिथियों में करे!

महामृत्युंजय जप--ये जप किन परिस्तिथियों में करे! यह जप करने के पहले आप स्तिथि को समझे यदि निम्न
परिस्तिथि है, तो ही महामृत्युंजय जप किया जाता है !
१.--> किसी महारोग से कोई पीड़ित हो! अथवा जन्म-कुंडली  में गोचर एवं दशा,महादशा, स्थुलदशा आदि में ग्र्ह्पिदा होने का योग हो!
२.--> भाई अलग-अलग हो रहे हो!
३.--> गाँव/शहर/नगर में हैजा प्लेग इत्यादी से निवासी मर रहे हो!
४.--> राजभय हो!
५.--> मेलापक (लड़का-लड़की के गुण मिलाप) में नाड़ी दोष,षडाष्टक दोष आता हो !
६.-->मन धर्म के विपरीत जा रहा हो!
७.--> मनुष्यों में आपस में घोर क्लेश हो रहा हो !
किस  स्तिथि  में कितने जप करे !
किसी प्रकार का सामान्य रोग हो या स्वप्न हुआ हो, तो सवा लाख जप कराना चाहिए ! यात्रा का भय हो, एक हजार जप कराना चाहिए! राज-प्राप्ति के लिए,मन- सम्मान, इष्ट सिध्दी के लिए सवा लाख जप कराना चाहिए !
       

Monday, February 13, 2012

वेलेंटाइन -डे-

मनुष्य के जीवन में  कई प्रकार के उतार-चढाव आते है!,जीवन की शुरुवात बचवन से होती है, फिर शिक्षा, शिक्षा अर्जित करने के  बाद  अपने कर्तव्यो की पूर्ति के लिए वह सर्विस या व्यापार करता है! सुचारू -रूप से अपने कर्तव्यो की पूर्ति के लिए के लिए उसे  एक जीवन - साथी की आवश्यकता होती है! जीवन  की यह शुरुवात सामान्यता: माता-पिता अथवा पालक या जो भी जिम्मेदार  घर में होता है, उसके ध्दारा रिश्ता तय कर शादी कर दी जाती है! कभी- कभी ये रिश्ता मनपसन्द शादी (लव मेरिज) से भी हो जाता है, इस योग में मनुष्य की  कुंडली बहुत महत्वपूर्ण होती है! 
जानिए !
      जिस जातक (मनुष्य ) की कुंडली वृषभ लग्न,कर्क लग्न, तुला लग्न, मेष लग्न,वृश्चिक लग्न तथा कुम्भ लग्न वाली होती है, तो यह योग बनता है यदि ये लग्न वाली पत्रिका है तो उसमे पंचम भाव एवं सप्तम भाव का भी प्रभाव देखना होगा!  क्योकि विवाह में पंचम भाव एवं सप्तम भाव का संबध होता है! यदि जातक की कुंडली में पंचम भाव एवं सप्तम भव के स्वामी एक साथ बैठे हो, अथवा द्रष्टि संबंध हो ( एक दुसरे की द्रष्टि पर रही हो) तो प्रेम विवाह अवस्य होता है! क्योकि पंचम भाव प्रेम भावना का स्थान है तथा सप्तम भाव विवाह का स्थान है! इसी के साथ प्रेम विवाह के लिए मंगल -शुक्र,मंगल-शनि,चन्द्र शुक्र की युक्ति भी ये योग बनाती है !
      

Thursday, February 9, 2012

वेलेंटाइन -डे-

वेलेंटाइन -डे--->अपने साथी को खुश करने वाला दिन,  यह पुरे  एक सप्ताह चलता है. ७फरवरी से १४ फरवरी तक ! १४ फरवरी को विशेष दिन रहता है! अपने साथी को क्या देकर खुश करे, देखे राशी अनुसार !
मेष -->मेष राशी वालेजातक अपने साथी को अथवा अपने प्रेमी को लाल गुलाब दे,एवं पहाड़ो वाली सीनरी (फोटो) दे!एवं गणेश जी के -  दर्शन करने ले जाये,आपका रिश्ता मीठा बना रहेगा !
वृषभ-->  इस राशी वालेजातक  अपने साथी को खुश करने के लिए अपने साथी या प्रेमी को सफ़ेद गुलाब दे, कन्या की फोटो दे! एवं अपने साथी के साथ दुर्गा देवी के मन्दिर जाये उनको जसवन्ति का फुल चढ़ाये ! आपका साथी खुश हो  जायेगा! 
मिथुन -->इस राशी वाले जातक अपने साथी को खुश करने के लिए अपने साथी को हरी वस्तु का तोहफा दे, एवं किसी हरेभरे - वगीचे की फोटो दे, इसी के साथ भगवान शिव के दर्शन करने ले जाये! 
कर्क -->इस राशी वालेजातक  अपने साथी को खुश करने के लिए सफ़ेद गुलाब दे, एवं कुबेर का फोटो दे! साथ ही अपने साथी को लक्ष्मी -नारायण मन्दिर लेकर जाये !यदि रिश्ते में खटास होगी, तो वह मिठास में वदल जाएगी!
सिह -->इस राशी वालेजातक अपने साथी को खुश करने के लिए गर्म कपड़े का तोहफा दे, एवं उगते सूर्य की तस्वीर दे! साथ ही विष्णु भगवान के दर्शन करने जाये! 
कन्या -->इस राशी वाले अपने साथी को हरे कपड़े का तोहफा दे,एवं बहते झड़ने का फोटो दे! इसी के साथ राधा-कृष्ण के दर्शन करने जाये! जीवन भर साथ रहेगा !
तुला -->इस राशी वाले जातक अपने साथी को सफ़ेद गुलाब का फुल दे, एवं दुर्गा जी का फोटो दे! इसी के साथ शिव परिवार के दर्शन करे! 
वृश्चिक -->:     इस राशी वाले जातक अपने साथी को  लाल उनी वस्त्र का तोहफा दे, एवं आसमान की -तस्वीर दे जिसमे सूर्य के साथ तारे भी हो! रिध्दी-सिध्दी सहित गणेश जी के दर्शन करे!
धनु -->   इस राशी वाले जातक अपने साथी को पीला गुलाब का तोहफा दे, एवं किसी संत की फोटो दे! इसी के साथ साई या दतात्रये भगवान के दर्शन करने जाये! 
मकर --> इस राशी वाले जातक अपने साथी को चावी का छल्ला या पायजेव ( चम्पक ) का तोहफा दे, 
एवं राम दरवार की फोटो दे! साथ ही राम सीता के दर्शन करने जाये!
कुम्भ -->इस राशी वाले जातक अपने साथी को रुद्राक्ष का तोहफा दे, एवं गाय बछड़े की फोटो जिसमे क्रष्ण भी हो दे! साथ ही हनुमान जी के  दर्शन कने जाये! 
मीन-->इस राशी वाले जातक अपने साथी को नीले वस्त्र का तोहफा दे, एवं बहते झड़ने या बहती नदी की फोटो दे! साथ ही गुरु के दर्शन करने जाये!  

Friday, February 3, 2012

फरवरी 2012 : ज्योतिष की नजर से

 

ग्रहों का राशियों पर परिभ्रमण एवं नक्षत्रों में प्रवेश करने से जन-साधारण और प्रकृति पर प्रभाव पड़ता है। जानिए फरवरी माह में इन ग्रहों का देश, समाज और प्रकृति पर क्या-क्या प्रभाव पड़ेगा :

फरवरी माह में स्वर्ण, चांदी, तांबा इत्यादि का भाव तेज ही रहेगा। बुध का मकर राशि पर परिभ्रमण अनाज के भाव को सामान्य बनाएगा। इससे व्यापारी वर्ग में कुछ असंतोष हो सकता है। प्रजा संतोष का अनुभव करेगी। शुक्र 4 फरवरी से मीन राशि पर परिभ्रमण करेगा। 'मीनराशिगते शुक्रे भुभिक्षं प्रचुरं भवेता' - जिससे सुख का प्रभाव रहेगा। पृथ्वी पर आमजन सुख का अनुभव करेंगे। शनि भी अच्छा लाभ पहुंचाएगा। कृषक एवं अन्य लोगों को सुख देगा।

सूर्य का मकर राशि परिवर्तन कर कुंभ राशि में प्रवेश करने से उत्तर के देशों में शांति होगी। पूर्व तथा पश्चिम के देशों में पी‍ड़ा रहेगी। आम जनता कष्ट में रहेगी एवं दक्षिण के देशों में युद्ध का भय रहेगा।

बुध का नक्षत्र परिवर्तन कर कुंभ राशि वाले नक्षत्र में प्रवेश करने से अनाज का भाव समभाव बना रहेगा। जिससे प्रजा एवं कृषक दोनों ही सुखी होंगे एवं जन-साधारण सुख का एहसास करेंगे।

फरवरी माह में ग्रहों का राशियों पर परिभ्रमण एवं नक्षत्रों पर प्रभाव जनसाधारण को सामान्य रखेगा।

फरवरी की माह कुंडली में मौसम से संबंधित दृष्‍टि डाले तो सूर्य के समीप शुक्र स्थित है। इसके प्रभाव से पर्वतीय भागों में शीत-लहर के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछार होगी।

उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में शीत का प्रकोप रहेगा। साथ ही ओलावृष्टि की संभावना बनती है। मैदानी भागों में ऋतु परिवर्तन के लक्षण दिखाई देने लगेंगे। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचलप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मप्र में बादल के साथ-साथ बूंदाबांदी तो कहीं वर्षा भी होगी।

फरवरी २०१२ एवं आपकी राशी

- सुरेंद्र बिल्लौरे


मेष :
मेष राशि वाले जातकों के लिए फरवरी माह कार्यों में सफलता वाला रहेगा। व्यापारी वर्ग को अच्छा लाभ मिलेगा। वाहन विक्रेता को विशेष लाभ के योग है। धार्मिक कार्य में रुचि बढ़ेगी। ‍किसी पुराने मित्र से मिलन के योग है। किसी के बहकावे में आकर गलत कार्य न करें। नौकरी में उन्नति होगी। दिनांक 5, 15 शुभ है। 23 अशुभ है। राधा-कृष्ण की सेवा करें।

वृषभ :
वृषभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह मांगलिक कार्यों वाला रहेगा। धार्मिक, सामाजिक यात्रा होगी। न्यायालय संबंधित कार्य में सफलता मिलेगी। नौकरी वालों के स्थानांतरण के योग बनते है। पारिवारिक समस्या रहेगी। कृषि लाभ प्रदान करेगी। मित्र से सहयोग मिलेगा। व्यापार मध्यम रहेगा। दिनांक 8, 27 शुभ है। 18 अशुभ। राम स्तुति लाभप्रद है।

मिथुन :
मिथुन राशि वाले जा‍तकों के लिए यह माह भाग्य उदय वाला रहेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए उच्च शिक्षा के रास्ते खुलेंगे। संत‍ान से लाभ मिलेगा। नि:संतान को संतान प्राप्ति के योग बनेंगे। संगति का ध्यान रखे, कुसंगति से हानि के योग बनते हैं। व्यर्थ की चिंता सताएगी। किसी से मन का राज न कहें। व्यापार में हानि के योग। कृषि लाभ होगा। दिनांक 5, 15 शुभ। 11 अशुभ। शिव आराधना करें।

कर्क :
कर्क राशि वाले जातकों के लिए यह माह पदोन्नति वाला रहेगा। धार्मिक कार्य के योग बनते है। नए वाहन का सुख प्राप्त होगा। घर में मांगलिक कार्य होंगे। किसी रिश्तेदार से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार लाभ देगा। कृषि मध्यम रहेगी। नारी वर्ग से सावधान रहे। परिवार में क्लेश के योग बनते हैं। ध्यान दें। दिनांक 11, 20 शुभ है। 28 अशुभ। दुर्गा स्तुति लाभप्रद है।

सिंह :
सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह माह संतान से लाभ वाला रहेगा। नौकरी वालों को स्थान परिवर्तन की समस्या हो सकती है। कृषि से हानि के योग बनते है। अ‍शांति रहेगी। पुराने मित्र से सहयोग प्राप्त होगा। माता को कष्ट के योग बनते हैं। पारिवारिक समस्या के लिए शिव शक्ति की आराधना करें। दिनांक 7, 18 शुभ है। 10 अशुभ है।

कन्या :
कन्या राशि वाले जातकों के लिए यह माह धन-समृद्धि वाला रहेगा। धार्मिक कार्य में रुचि जागृत होगी। परंतु पारिवारिक विरोध का सामना करना पड़ सकता है। शत्रु अवरोध उत्पन्न करेंगे। किसी मित्र से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार अच्छा रहेगा। नौकरी में अधिकारी वर्ग खुश होंगे। कृषि मध्यम रहेगी। स्त्री से अनबन की स्थिति रहेगी। दिनांक 17, 28 शुभ है। 19 अशुभ। श्रीकृष्‍ण की आराधना लाभप्रद है।

तुला :
तुला राशि वाले जातकों के लिए यह माह व्यापार में उन्नति वाला रहेगा। भूमि-भवन से लाभ मिलेगा। शारीरिक स्वस्थता रहेगी। अकारण विरोध का सामना करना पड़ेगा। व्यय अधिक होगा। पत्नी से सहयोग प्राप्त होगा। शत्रु से सावधान रहे। दिनांक 3, 15 शुभ है। 13 अशुभ। राधा-कृष्ण की आराधना शुभ है।

वृश्चिक :
वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए यह माह नौकरी में उन्नति वाला रहेगा। विदेश यात्रा के योग है। मानसिक बैचेनी रहेगी। व्यापार सामान्य रहेंगे। मित्र से झगड़े की संभावना बनती है। रिश्तेदार, ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। गुरु का आशीर्वाद प्राप्त होगा। कृषि सामान्य रहेगी। दिनांक 13, 14 शुभ है। 25 अशुभ है। गायत्री मंत्र का जप करें।

धनु :
धनु राशि वाले जातकों के लिए यह माह न्यायिक कार्यों में सफलता वाला रहेगा। भवन क्रय करने की योजना बनेगी। कुटुंब परिवार से लाभ मिलेगा। आ‍कस्मिक धन लाभ के योग है। व्यापार अच्छा रहेगा। नौकरी में अधिकारी वर्ग का ध्यान रखें। कृषि लाभ देगी। पत्नी से सहयोग मिलेगा। पुराने मित्र से धोखा हो सकता है। दिनांक 9, 18 शुभ है। 3 अशुभ। देवी आराधना लाभप्रद रहेगी।

मकर :
मकर राशि वाले जातकों के लिए यह माह प्रतिष्ठा वृद्धि वाला रहेगा। राजनैतिक लाभ मिलेगा। रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। किसी धार्मिक, सामाजिक यात्रा के योग है। पुराने मित्र से मिलन होगा। व्यापार में लाभ मिलेगा। कृषि सामान्य रहेगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न होंगे। दिनांक 7, 22 शुभ है। 9 अशुभ। राधा-कृष्ण की भक्ति करें।

कुंभ :
कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह मांगलिक कार्य वाला रहेगा। धार्मिक रुचि बढ़ेगी। शत्रु का विरोध बढ़ सकता है। पत्नी से सहयोग प्राप्त‍ होगा। व्यापार सामान्य रहेगा। कृषकों के लिए समय लाभप्रद रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। दिनांक 6, 18 शुभ है। 20 अशुभ है। रामभक्ति लाभदायक रहेगी।

मीन :
मीन राशि वाले जातकों के लिए यह माह कृषि भूमि खरीदने के योग वाला रहेगा। पारिवारिक सुख मिलेगा। विद्यार्थी को शिक्षा में सफलता मिलेगी। बेरोजगार को नौकरी प्राप्त होगी। वाहन हानि के योग है अत: ध्यान दें। व्यापार मध्यम रहेगा। मित्र से सहयोग प्राप्त होगा। बहन के परिवार में कष्ट हो सकता है। दिनांक 10, 27 शुभ है। 13 अशुभ। राधा-कृष्ण की आराधना शुभ है।