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Thursday, December 22, 2011

meen--ka--svbhav

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          राशी के प्रथम चरण में मेष एवं अंतिम चरण में मीन आता है! पूर्वाभाद्रपद के अंतिम चरण से रेवती नक्षत्र
के अंतिम चरण तक मीन राशी बिधमान रहती है! इस राशी का स्वामी गुरु है!
          इस लग्न में जन्म वाला जातक लग्न का स्वामी शुभ होने पर  सुंदर, रूपवान,धनी, ईमानदार अपने कार्य में
निष्ठां रखने वाला एवं कार्य क्षेत्र में माननीय पद पर पहुँचने वाला एवं सीधे स्वभाव वाला जरूरत मंद व्यक्ति की मदद
करने वाला होता है, एवं लेखक या कवि बनाने के योग बनते है! परन्तु लग्न में क्रूर ग्रह स्थित हो, या उसकी द्रष्टि
पड़ रही हो,तो जातक मादक द्रव्य लेने बाला या व्यभिचारी शराबी हो सकता है, अथवा होने के प्रबल योग रहते है!
लेखक, दुसरो की हमेशा सहायता करने वाला, गुप्त बिधा का ज्ञाता, देश भक्ति रखने वाला  व्यक्ति इसी लग्न में
पैदा होता है! इस लग्न के जातक समाज सेवी, राजनीती, तथा स्वास्थ्य सेवा में नर्स की नॉकरी करना ज्यादा पसंद
करते है!
          लग्नेश गुरु  तीसरे भाव में हो, तो भैयो की संख्या ज्यादा एवं बारहवे भाव में हो, तो पिता से सहयोग की सम्भावना बड़ती है!
        मीन लग्न में  उत्पन्न जातक की कुंडली में सातवे भाव में शनी या शुक्र की द्रष्टि पड़ जाये, तो तो पत्नी से तलाक होने संभावना बड़ जाती है!
        मीन लग्न में यदि शुक्र उच्च का हो तो व्यक्ति संगीत में रूचि रखने वाला, कलाकार बनाता है!
         मीन लग्न की कुंडली में मंगल बारहवे भाव में होने पर या उसकी दशा महादशा आने पर  किसी भी विभाग या
   देश का शासक बनाता है! परन्तु यदि शनी की द्रष्टि पड़ रही हो, तो जेल भिजवा सकता है!
         लग्नाधिपति गुरु यदि पंचम भाव में विराजमान हो, तो अनेक प्रकार की यात्रा करवाता है, एवं गुरु महादशा में उच्च पद पर पहुँचाता है!
         इस लग्न में बुध अच्छा नही होता है, इसकी (बुध) की महादशा में स्थान परिवर्तन कराता है! यदि बुध व्यय भाव में बैठा है, तो ग्रहस्थी में स्वास्थ्य खराब, मित्र, परिवार से झगडा करा सकता है!
      मीन लग्न वालो ने पुखराज धारण करना चाहिए!

      इति शुभम  

Tuesday, December 6, 2011

दिसंबर २०११ और आपकी राशी





मेष : मेष राशि वाले जातकों के लिए यह माह सामान्य रहेगा। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के योग बनते हैं। नौकरों एवं कर्मचारियों से लाभ ‍मिलेगा। कृषि कार्य लाभ देगा। नौकरी में अधिकारी नाराज हो सकते हैं। अग्नि से भय है। हानि की संभावना बनती है। ध्यान दें। दिनांक - 3, 18 शुभ, 11 अशुभ है। विष्णु आराधना लाभप्रद है।

वृषभ : वृषभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह राज्य पक्ष से लाभवाला रहेगा। पत्नी से विशेष लाभ मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग को विद्या के क्षेत्र में लाभ की प्राप्ति होगी। व्यापार में उन्नति होगी। नौकरी में पदोन्नति के चांस मिलेंगे। पुराने मित्र से व्यवहार ठीक रखें। कृषि सामान्य रहेगी। दिनांक 5, 25 शुभ है, 10,18 अशुभ। श्रीकृष्ण की स्तुति शुभ रहेगी।

मिथुन : मिथुन राशि वाले जातकों के लिए दिसंबर का महीना लाभ देने वाला रहेगा। व्यापार से विशेष लाभ मिलेगा। भूमि क्रय के योग बनते है। शिक्षा ठीक रहेगी। कृषि एवं वाहन से अच्छा लाभ रहेगा। राज्य पक्ष से हानि के योग बन‍ते है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। पत्नी का सहयोग प्राप्त होगा। दिनांक 4, 12 शुभ, 15 अशुभ है। शिव आराधना लाभ देगी।

कर्क : कर्क राशि वाले जातकों के लिए यह माह पारिवारिक सुख-समृद्धि वाला रहेगा। राज्य कार्य करने पर अच्छा लाभ मिलेगा। परिवार से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होगा। मित्रों से व्यवहार में कटुता आ सकती है। कृषि सामान्य रहेगी। दिनांक 6, 15 शुभ, 11 अशुभ है। कृष्ण भक्ति लाभप्रद रहेगी।

सिंह : सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह माह संतान प्राप्ति वाला रहेगा। शत्रु पक्ष से लाभ प्राप्त होगा। मकान संबंधी समस्या रहेगी। नजदीकी संबंधों में दरार के योग बनते हैं। लंबी यात्रा न करें, हानि के योग बनते हैं। व्यापार सामान्य रहेगा। कृषि लाभप्रद है। नौकरी में उन्नति होगी। दिनांक 1, 10 शुभ है, 6 अशुभ। देवी भक्ति करें।

कन्या : कन्या राशि वाले जातकों के लिए यह माह मांगलिक कार्य वाला रहेगा। यात्रा से सुख प्राप्त‍ होगा। बहन के पक्ष से विवाद के योग बनते हैं। पत्नी को कष्‍ट के योग है। दोस्तों से व्यवहार बनाकर रखें। व्यापार ठीक रहेगा। कृषि सामान्य लाभ देगी। दिनांक 11, 28 शुभ है, 17 अशुभ। शिव शक्ति की आराधना करें।

तुला : तुला राशि वाले जातकों के लिए यह माह पदोन्नति वाला रहेगा। सरकारी काम से लाभ मिलेगा। सरकारी ठेकेदारों को विशेष लाभ। बाहरी यात्रा से लाभ की प्राप्ति होगी। व्यापार अच्छा रहेगा। कृषि सामान्य रहेगी। पुराने मित्र से मिलन के योग बनेंगे। दिनांक 10, 18 शुभ एवं 6 अशुभ है। विष्णु आराधना करें।

वृश्चिक : वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए यह माह पारिवारिक सदस्यों से लाभ वाला रहेगा। विद्या के क्षेत्र में लाभ मिलेगा। व्यापार मध्यम रहेगा। कृषि कार्य में लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य सुधार होगा। राज्य पक्ष से हानि के योग। भाई को कष्ट के योग। नौकरी में अधिकारी नाराज हो सकते हैं। दिनांक 4, 16 शुभ, 7, 18 अशुभ। कृष्ण आराधना लाभप्रद है।

धनु : धनु राशि वाले जातकों के लिए यह माह कोई मांगलिक कार्य वाला रहेगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा। लंबी यात्रा न करें, बाधा उत्पन्न होगी। स्त्री के पक्ष से हानि की संभावना है। पारिवारिक विरोध का सामना करना पड़ेगा। कृषि लाभ देगी। व्यापार ठीक रहेगा। किसी पुराने मित्र (स्त्री) से धोखा हो सकता है। दिनांक 15, 29 शुभ है। 2 अशुभ है। हनुमानजी की सेवा फलदायी रहेगी। चोला चढ़ा दें।

मकर : मकर राशि वाले जातकों के लिए यह माह पत्नी से लाभ वाला रहेगा। जमीन-जायदाद संबंधी विवाद हो सकते हैं। वाहन संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यह परिवार से वैमनस्य करा सकता है। धार्मिक यात्रा से सुख प्राप्त होगा। भाई से सहयोग की अपेक्षा, कृषि कार्य से पिता को कष्ट की संभावना है। दिनांक 3, 12 शुभ है, 8 अशुभ। राधाकृष्‍ण की भक्ति लाभप्रद है।

कुंभ : कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह विपक्ष से लाभ वाला रहेगा। व्यापार सामान्य रहेगा। कृषि से लाभ। परंतु माह खर्चीला रहेगा। स्वास्थ्य नरम-गरम रहेगा। आंख एवं हाथ संबंधी समस्या रहेगी। नौकरी में नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। मित्र से सहयोग मिलेगा। बहन के पक्ष से तकलीफ के योग बनते हैं। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। दिनांक 6, 18 शुभ, 10 अशुभ। रामरक्षा स्त्रोत का पाठ लाभदायक रहेगा।

मीन : मीन राशि वाले जातकों के लिए यह माह भाग्योदय वाला रहेगा। जोखिम भरे कार्य न करें। स्त्री का स्वास्थ्य नरम-गरम रहेगा। व्यापार लाभ देगा। नौकरी में उन्नति होगी। कृषि उत्तम रहेगी। नौकर संबंध‍ी कष्ट हो सकता है। मित्र से पूर्ण सहयोग मिलेगा। दिनांक 1, 4 शुभ 16 अशुभ है। शिवशक्ति की आराधना शुभ है। 

Sunday, December 4, 2011

दिसंबर 2011 : ज्योतिष की नजर से..


ग्रहों का राशियों एवं नक्षत्रों पर परिभ्रमण करना और उनके इस परिभ्रमण से प्रकृति को प्रभावित करना। जीवधारियों पर प्रभाव होना, यह एक शाश्वत सत्य है। इस प्रभाव का असर दिसंबर 2011 में कैसा रहेगा जानिए :-

इस माह मंगल का परिभ्रमण स्वर्ण एवं अन्य धातुओं को महंगा बनाए रखेगा। सूर्य का वृश्चिक राशि में भ्रमण करने से पश्चिम के देशों में सुर्भिक्ष आदि का सुख रहेगा। पूर्व तथा उत्तर के देशों में कष्‍ट के योग बनते हैं। बच्चों के लिए भी कष्ट रहेगा। इसी के साथ दक्षिण के देशों में युद्ध का भय बना रहेगा।

इस माह बुध का वृश्चिक राशि में परिभ्रमण करना सभी अनाजों के भाव को बढ़ाएगा। कृषक के साथ-साथ सभी प्रजा को सुख का अनुभव होगा, क्योंकि फसल भरपूर होगी।
शुक्र भी कृषि पर असर डालेगा एवं अनाजों के भावों में भी तेजी दे सकता है। शनि का भ्रमण इस माह में अनाज के उत्पादन में बढ़ोतरी करेगा। प्रजा सुखी होगी।

ग्रहों की स्थिति एवं माह की ज्योतिष दृष्टि से मीठे पदार्थों के भाव तेज होंगे। भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि अच्छी होगी। भारतीय लोगों का दूसरे देशों में अच्छा प्रभाव होगा। स्वर्ण एवं अन्य धातुओं के भाव मंगल की परिभ्रमण की स्थिति से बढ़ेंगे एवं उतार-चढ़ाव का माह अंत में प्रभाव दिखाई देगा।

बुध का राशि परिभ्रमण का परिवर्तन हाथियों के लिए कष्ट वाला रहेगा। सरकार एवं प्रजा के मतभेद को आमने-सामने खड़ा कर सकता है। अर्थात् प्रजा शासक के विरोध में खड़ी होगी। माह मध्य में शुक्र का राशि परिवर्तन कृषि को हानि पहुंचा सकता है। यह भी अनाज के भाव को तेज करेगा।

इस माह की कुंडली मौसम की दृष्टि से देखे तो, सूर्य के साथ बुध के स्थिर होने एवं सूर्य के आगे शुक्र के होने से कुछ भागों में हल्की बूंदाबांदी के साथ शीत में वृद्धि होगी एवं कुछ भागों में तेज वायु के साथ शीत में वृद्धि होगी। पर्वतीय क्षेत्रों में बूंदाबांदी के साथ हिमपात होने की संभावना है।

मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, पंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड में हल्की बूंदाबांदी के साथ शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा।