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Saturday, November 19, 2011

कुम्भ लग्न

kumbh lgan ka vivran

धनिष्ट नक्षत्र के अंतिम दो चरणों ,शतभिषा के पूर्ण चरण  के साथ पूर्ण भद्र पद के तीन चरणों के मध्य कुम्भं राशी बनती है !कुम्भ राशी अपने अप मई एक बलिष्ट राशी है!इस राशी का स्वामी शनि देव है !मकर एवं मीन के मध्य विराजमान है!एवं लगन के बारे मई विस्तृत से जानिए !कुम्भ लग्न मई जन्म लेने वाले के लक्ष्ण निचे दर्शाए है !कुम्भ लग्न हो तो माता का शिर पश्चिम को जीर्ण वस्त्र कुछ काल कम्बल ओदा हो साधारण शित क्रू भोजन किया हो ,पिता घर पर न हो !स्त्रीया ४ ,२ एवं १ स्त्री बाद मे आइ  !   स्त्रियों मे एक गर्भिणी हो !बालक थोडा राये ,बालक के होठ  मोटे ,मस्तक लम्बा प्रकृति गर्म ये सारे लक्ष्ण कुम्भ राशी वाले के होते है !
            इस लग्न वाले के लिए बुध तथा गृह शुभ फलदायक इसके विपरीत चन्द्रमा ,सूर्य ,मंगल तथा गुरु दुःख दायक गृह होते है !इस लग्न मे जन्म  लेने वाले जातक की वृष मिथुन , तुला ,व  मकर राशी वालो से मित्रता  रहती है !परन्तु मेष ,कर्क ,सिह व वृषभ राशी वाले वालो से विरोध रहता है !इस लग्न मे जन्म लेने वाले जातक को कभी कभी पूर्वाभाश हो जाता है !कुम्भ लग्न वाले जातक की कुंडली मे सूर्य,बुध ,तथा गुरु तृतीय भाव मे हो तो सूर्य की महादशा पूर्ण सुख सम्पति देती है !
            कुम्भ लग्न मे शुभ ग्रह होने पर जातक के यजस्वी होने का योग बनता है !एवं नये कार्य व अविष्कार मे सफलता दिलाता है!
            कुम्भ लग्न मे लग्नधिपति शनि तथा धनेश गुरु का परस्पर यदि स्थान परिवर्तन हो तो बृहस्पति की महादशा मे जातक को मिश्रित फल मिलता है!कुम्भ लग्न छठा चंद्रमा हो तो जातक कमजोर होता है !एवं शक्त व नेदा रोगी हो सकता है !एवं दुर्घटना होने का भी रहता है!

Monday, November 14, 2011

जूही चावला

जूही चावला : हैप्पी बर्थ डे...  
मां दुर्गा को श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं
Juhi Chawla


जूही चावला का जन्म 13 नवंबर 1967 को लुधियाना में हुआ। जूही का जन्म जिस समय हुआ तब उत्तराभाद्रपद नक्षत्र चल रहा था। जिसके परिणामस्वरूप ही जूही सुंदर एवं सुखी है। आपके जन्म के समय चंद्र जिस राशि पर विराजमान था उसने भी भाग्यवान और संपन्न बनाया।

चंद्र ने ही जूही को फिल्मी कलाकार बनाया। चंद्र की कुंडली में जो स्थिति है, उसके कारण ही बड़े से बड़ा विरोधी परास्त हो जाता है एवं सफलता आपके कदम चूमती है। कुंडली में बैठा सूर्य आपको आगे की योजना को सुव्यवस्थित करने की प्रेरणा प्रदान करता है। मंगल गुरु की राशि पर विराजमान रहने से आपको प्रसिद्धि दिलाता है। मंगल भी आपको ऐश्वर्यवान बनाता है। साथ ही स्वयं की मेहनत पर भाग्योदय एवं उन्नति होती है, ऐसा प्रभाव छोड़ता है।

कुंडली में बुध जिस भाव में बैठा है वह भाग्योदय तो करता ही है, साथ ही दूसरे ग्रहों के अनिष्ठ प्रभाव को भी खत्म करता है। जूही के जन्म के समय गुरु सिंह राशि पर परिभ्रमण कर रहा था जो उच्च स्थान प्रदान करता है। कुंडली में गुरु की स्थिति वंश का नाम उज्ज्वल करने का भाग्य देती है एवं परोपकारी भी बनाती है। हंसमुख स्वभाव प्रदान करती है। शुक्र मिश्रित फल प्रदान करता है।

जन्मपत्रिका में जन्म के समय शनि जिस राशि पर विराजमान था वह भी सर्वसुख प्रदान करता है एवं‍ विरोधी पक्ष को परास्त करने के गुण प्रदान करता है। राहु स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ दे सकता है। केतु भी स्वास्थ्य की दृष्टि से कष्‍ट दे सकता है। अत: ध्यान देना चाहिए। आपका जन्म शनि की महादशा में हुआ है, जिसका भोग्यकाल 7 वर्ष 3 माह 25 दिन रहा। आपको नौ ग्रहों की शांति करवाना ‍चाहिए त‍था मां दुर्गा को पूर्ण श्रृंगार सामग्री चढ़ाना लाभदायी रहेगा।

आगामी दिसंबर माह आपके लिए ठीक रहेगा। जनवरी 2012 अच्छा रहेगा। फरवरी, मार्च संघर्ष वाला रहेगा। मई के अंतिम सप्ताह में हल्की चोट या दुर्घटना के योग बनते है, ध्यान दें। जून व जुलाई अच्छा रहेगा एवं 2012 में बड़े ऑफर मिलते रहेंगे। अगस्त-सितंबर सामान्य रहेगा। अक्टूबर सामान्य, लेकिन अंतिम सप्ताह अच्छा रहेगा।

आपको किसी की माह की 5 तारीख को बड़े अधिकारियों से नहीं मिलना चाहिए। शुक्रवार को लंबी यात्रा नहीं करनी चाहिए। आश्लेषा नक्ष‍त्र में किसी बड़े ऑफर पर साइन न करें। चतुर्थ प्रहर में अपने अच्छे कार्य के लिए कम निकलें। पन्ना एवं नीलम का संयुक्त लॉकेट धारण करना फलदाई रहेगा।

इति शुभम्।।

Wednesday, November 9, 2011

लालकृष्ण आडवाणी

लालकृष्ण आडवाणी : वाणी पर रखें नियंत्रण  
लालकृष्ण आडवाणी : हैप्पी बर्थ डे
LK Advani

लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 में पाकिस्तान में हुआ। उनके जन्म के समय आश्विनी नक्षत्र चल रहा था। इस प्रभाव से आडवाणी भाग्यशाली, कुशल, सफल एवं आर्थिक संपन्न है। भारी शरीर भी नक्षत्र का ही असर है।

आडवाणी की पत्रिका के अनुसार जन्म के समय चंद्र की स्थिति भागदौड़ कर लाभ कमाने वाला बनाती है। साथ ही लोभी स्वभाव का भी बनाती है। मंगल की स्थिति के कारण ही लालकृष्ण प्रबल पराक्रमी होते हुए भी कार्यों की विफलता के कारण दुखी एवं चिंतित रहते हैं।

जन्म के समय में गुरु मीन राशि पर परिभ्रमण कर रहा था। गुरु के कारण आडवाणी आज पार्टी के विशेष पद पर विराजमान है।

कुंडली में बैठे शुक्र क‍ी स्थिति हर सुख प्रदान करती है। यही स्थिति क्रीड़ा कौतुक पसंद करने वाला भी बनाती है। शुक्र के कारण ही कई बार आडवाणी अपने बयानों के कारण विवादों में आ जाते हैं। अपने गुण व कीर्ति का ह्रास करते है, पार्टी के खास और नज‍दीकी लोगों को अपना बैरी बना लेते हैं। अत: आडवाणी को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

कुंडली में शनि की स्थिति आडवाणी को कटुभाषी बनाती है। राहु का प्रभाव आपको वायु एवं रक्त संबंधी तकलीफ दे सकता है।

लालकृष्ण आडवाणी को वर्तमान में शनि की महादशा चल रही है। इसकी अवधि 19 वर्ष है। यह 20-10-2009 से आरंभ हुई है और 20-10-2028 तक रहेगी। शनि की महादशा में वर्तमान बुध की अंतर्दशा 19-9-2011 से 20-5-2014 तक रहेगी। इसके बाद केतु की अंतर्दशा भी 20-5-2014 से 6-6-2015 तक रहेगी।

लालकृष्ण आडवाणी के लिए शनिवार का दिन विशेष शुभ है। शनिवार को लालकृष्ण आडवाणी सर्वोच्च कार्य करें तो सफलता दिलाएगा। नवंबर-दिसंबर का माह ठीक रहेगा। जनवरी 2012 से मार्च तक आपत्तिवाला समय रहेगा। विपक्षी दल एवं स्वयं की पार्टी का विरोध हो सकता है। अप्रैल 2012 में स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। मई-जून ठीक रहेगा। जुलाई, अगस्त, सितंबर अच्छा रहेगा।

Monday, November 7, 2011

मलाइका अरोरा खान :

मलाइका अरोरा खान : हैप्पी बर्थ डे  
लाभदायी रहेगा माणिक धारण करना
Malaika


मलाइका अरोरा का जन्म 23 अक्टूबर 1973 में मुंबई में हुआ। मलाइका के जन्म के समय उत्तराफाल्गुनी नक्ष‍त्र चल रहा था जो कि आपको आर्थिक संपन्न कराता है। साथ ही आपका जो स्वभाव है वो भी इस नक्षत्र का ही असर है। जन्म के समय सूर्य की राशि मलाइका को घमंडी स्वभाव का बनाती है, अत: ध्यान देना चाहिए।

कुंडली में सूर्य की स्थिति भाग्य में वृद्धि करत‍ी है। आपके जन्म के समय चंद्र सिंह राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जो कि सूर्य की राशि है। वह आपको मानी, सुखी एवं अपने विवेक से निर्णय वाला बनाता है। परंतु कुंडली में चंद्र की स्थिति नीरस एवं शुष्क बना सकती है।

आपकी पत्रिका में मंगल स्वराशि पर विराजमान होने से भ्रमणशील स्वभाव प्रदान करता है। कुंडली में बैठा बुध पराक्रमी एवं सर्वसुख प्रदान करता है। कुंडली में गुरु जिस भाव में बैठा है वह भी भाग्यशाली बनाता है। ऐसे व्यक्ति को उन्नति में अड़चने तो आती है, परंतु गुरु के प्रभाव से मार्ग खुलता चला जाता है।

शुक्र आपके जन्म के समय मंगल की राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जो कि अपने वालों से विरोध करा सकता है।

पत्रिका में शनि जिस राशि पर विराजमान है, वह शनै: शनै अच्छी स्थिति पर पहुंचाएगा एवं अपने क्षेत्र में उच्च स्थान दिलाएगा। राहु एवं केतु मिश्रित फल प्रदान करते है। पारिवारिक कष्ट भी दे सकते है।

आपका जन्म सूर्य की महादशा में हुआ है जिसका भोग्यकाल 5 वर्ष 4 माह 5 दिन रहा। वर्तमान में राहु की महादशा चल रही है जो कि 2014 तक रहेगी। राहु क‍ी महादशा में चंद्र की अंतर्दशा 10-8-2011 से 10-2-2013 तक रहेगी। उसके बाद मंगल की अंतर्दशा 28-2-2014 तक रहेगी। सूर्य की महादशा के बाद गुरु की महादशा प्रारंभ हो जाएगी, जो 28-2-2014 से 28-2-2030 तक रहेगी।

आपके लिए नवंबर माह मध्यम रहेगा। दिसंबर का समय श्रेष्ठ रहेगा। आगामी 3 माह नए कार्य व उन्नति के रहेंगे। अप्रैल सामान्य रहेगा। मई में कुछ तकलीफ आ सकती है। जून-जुलाई श्रे‍ष्ठ रहेगा। अगस्त सितंबर मध्यम रहेगा।

आपको माणिक धारण करना लाभदायक रहेगा तथा गुरुवार को अधिक से अधिक महत्व देना चाहिए। इस दिन सारे काम सफल होंगे। सफेद व हरे वस्त्र धारण करना आपके लिए शुभ रहेगा।

Friday, November 4, 2011

नवम्बर २०११ क्या कहती है आपकी राशी

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- पं. सुरेंद्र बिल्लौरे
November 2011, Rashifal

मेष : मेष राशि वाले जातकों के लिए यह माह विदेश यात्रा वाला रहेगा। कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। पत्नी से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। संतान की प्राप्ति एवं संतान संबंधी चिंता रहेगी। पुराने मित्र से मिलन होगा। कृषि सामान्य रहेगी। व्यापारी प्रसन्न रहेंगे। नौकरी वालों की उन्नति होगी। दिनांक 5, 15 शुभ है। 8 अशुभ। दुर्गा स्तुति शुभ है।

वृषभ : वृषभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह भूमि से लाभ वाला रहेगा। वाहन से भी लाभ मिलने के योग बनते हैं। पत्नी से आर्थिक लाभ मिलेगा। ‍किसी भी प्रकार के हानि वाले कार्य न करें। जुआ, सट्‍टा, लॉटरी आदि कामों से दूर रहे। पुत्र से प्रसन्न होंगे। रिश्तेदारों से मिलनसार व्यवहार रखें। दिनांक 9, 23 शुभ है। 8 अशुभ। श्रीराम स्तुति लाभप्रद है।

मिथुन : मिथुन राशि वाले जातकों के लिए नवंबर का माह शासकीय कार्यों में सफलता वाला रहेगा। आय में कमी के योग है। शत्रु पक्ष पराजित होगा। नौकरी वालों की पदोन्नति होगी। परिवार में मांगलिक कार्य होगा। पास-पड़ोसी से मनमुटाव के योग बनते हैं। किसी व्यक्ति से धोखा मिल सकता है। कृषि कार्य लाभप्रद रहेगा। व्यापार ठीक है। दिनांक 4 शुभ। 3,14 अशुभ है। श्रीकृष्ण भक्ति लाभप्रद है।

कर्क : कर्क राशि वाले जातकों के लिए यह माह पदो‍न्नति वाला वाला रहेगा। भूमि की प्राप्ति होगी। साथ ही वाहन के योग है। राजनैतिक सम्मान मिलेगा, परंतु क्रोध पर नियंत्रण करें, हानि हो सकती है। मानसिक बैचेनी रहेगी। दिनांक 8, 16 शुभ है। 10 अशुभ। राम-सीता की भक्ति करें।

सिंह : सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह माह शत्रु पर विजय प्राप्ति वाला रहेगा। नौकरी वालों की पदो‍न्नति होगी। पत्नी से, ससुराल से धन लाभ मिलेगा। माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। मित्र से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार भी सामान्य रहेगा। कृषि से लाभांश होगा। लंबी यात्रा न करें। पुत्र से परेशानी आ सक‍ती है। दिनांक 4, 12 शुभ है। 6 अशुभ। शिवशक्ति की आराधना करें, लाभप्रद है।

November 2011, Rashifal
कन्या : कन्या राशि वाले जातकों के लिए इस माह धर्म-कर्म से लाभ मिलेगा। व्यापार में अच्छा फायदा होगा। राज्य से सम्मान एवं लाभ मिलेगा। घर में उत्साह का माहौल रहेगा। परंतु पत्नी को कष्ट के योग है, ध्यान दें। भाई से अच्छा सहयोग मिलेगा। पुराने मित्र से मिलने के योग है। कृषि से लाभ मिलेगा। नौकरी में अधिकारी से थोड़ी झड़प हो सक‍ती है। दिनांक 15, 28 शुभ है। 9 अशुभ है। रामभक्ति लाभप्रद है।

तुला : तुला राशि वाले जातकों के लिए यह माह नए वाहन क्रय वाला रहेगा। भूमि की खरीदी के योग है। घर में धार्मिक आयोजन के योग है। स्वास्थ्य में सुधार होगा। मानसिक प्रसन्नता रहेगी। श‍त्रु पक्ष घबराएगा। पड़ोसी से मानसिक तनाव हो सकता है। नौकरी वालों की उन्नति होगी। कृषि लाभ मिलेगा। व्यापार अच्छा रहेगा। दिनांक 16, 21 शुभ 3 अशुभ है। कृष्ण भक्ति करें।

वृश्चिक : वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए यह माह पारिवारिक खुशी वाला रहेगा। प‍त्नी पक्ष से सुख मिलेगा। जमीन से लाभ मिलेगा। लंबी यात्रा न करें। हानि के योग बनते है। स्वास्थ्य को लेकर चिंता रहेगी। आर्थिक व्यय ज्यादा होगा। बहन को कष्ट के योग बनते है। माता-पिता की चिंता रहेगी। दिनांक 5, 17 शुभ। 11, 24 अशुभ है। गायत्री मंत्र लाभप्रद रहेगा।

धनु : धनु राशि वालों के लिए नवंबर माह पत्नी से लाभ वाला रहेगा। नौकरी में अधिकारी खुश रहेंगे। व्यापार ठीक रहेगा। परिवार में धन को लेकर विवाद हो सकत‍ा है। दुर्घटना का भय है, पैर संबंधित चोट हो सकत‍ी है, ध्यान दें। मित्र से सहयोग मिलेगा। शत्रु पराजित होंगे। दिनांक 6, 19 शुभ। 25 अशुभ है। शिवशक्ति की आराधना करें।

मकर : मकर राशि वालों के लिए यह माह शासकीय कार्य से धन लाभ होगा। यात्रा सावधानी से करें, कष्ट के योग है। परिवार में विवाद की स्थिति रहेगी। पत्नी को कष्ट हो सकता है। शत्रु पक्ष से सावधान रहें। हानि पहुंचा सकता है। किसी नारी से सहयोग मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग है। क‍ृषि लाभांश होगा। दिनांक 1, 24 शुभ है। 5 अशुभ है। कृष्‍ण भक्ति लाभप्रद है।

कुंभ : कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यह माह नौकरी में पदोन्नति वाला रहेगा। पारिवारिक कार्यों में धन खर्च होगा। स्वयं का स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। परिवार में विरोध का सामना करना पड़ सकता है। शत्रु पराजित होंगे। मित्र से सहयोग मिलेगा। व्यापार सामान्य रहेगा। कृषि लाभ व हानि बराबर रहेगी। दिनांक 3, 10 शुभ है। 9 अशुभ। राम आराधना करें।
मीन : मीन राशि वाले जातकों को नवंबर माह मिश्रित फल वाला रहेगा। कृषि सामान्य रहेगी। व्यापारी परेशान रहेंगे। अनिष्टकारक स्थिति रहेगी। बुद्धिनाश के योग। शत्रु प्रबल हो सकते है, ध्यान दें। सावधानी भी रखें। परिवार में धन को लेकर विवाद रहेगा। परिवार से भय रहेगा। पुराने मित्र से सहयोग मिलेगा। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। स्त्री कष्‍ट होगा। दिनांक 3, 18, 25 शुभ है। 2, 11 अशुभ। गणेश व गायत्री मंत्र का जप लाभप्रद है। 

नवम्बर २०११ ज्योतिष की नजर से

प्रकृति, मनुष्य जीवन पर एवं अन्य जीवधारियों पर नौ ग्रहों के राशि परिवर्तन अथवा नक्षत्र परिवर्तन से प्रभाव पड़ता है। देखें नवंबर माह में ग्रहों के देश और समाज पर प्रभाव!

सूर्य का तुला राशि में परिभ्रमण करने से पूर्व के देशों में सुख, दक्षिण एवं पश्चिम के देशों में दुर्भिक्ष का भय, उत्तर के देशों में युद्ध का भय रहेगा। इस माह मंगल का सिंह राशि में परिभ्रमण करने से स्वर्ण, चांदी, तांबा, लाल रंग की वस्तुएं महंगी हो सकती है।

नवंबर माह में बुध का वृश्चिक राशि में परिभ्रमण करने से घी-तेल के भावों में तेजी आएगी एवं धान्य का सुख मिलेगा। प्रजा सुखी रहेगी। शांति का माहौल रहेगा।

India, November 2011
नवंबर माह में शुक्र राशि परिवर्तन कर वृश्चिक राशि में परिभ्रमण करने से सभी अनाजों के भाव सस्ते होंगे। शांति होगी, सब लोग सुखी एवं निर्भय होंगे। स्थायित्व रहेगा। शनि का भी राशि परिवर्तन करने से धान्य का अच्छा उत्पादन कराएगा। देश में एवं पृथ्वी पर शांति उत्पन्न कराएगा। किसी भी राज्य में सत्ता परिवर्तन के योग बनते हैं।

शुक्र अपनी राशि परिवर्तन कर 11 नवंबर को धनु राशि में प्रवेश कर रहा है। फलस्वरूप सभी अनाजों के भाव बढ़ेंगे। इसका असर कृषि पर भी पड़ेगा। गेहूं की स्थिति में वृद्धि का रुख होगा। लोहा विशेष महंगा होगा। शक्कर के भाव के साथ ही रस वाले पदार्थ के भी भाव तेजी बनाए रखेंगे। भार‍त की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी। भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में प्राकृतिक प्रकोपों से जन-धन की हानि बढ़ेगी।

इस माह की कुंडली में मौसम का पूर्ण परिवर्तन दिखाई देगा, कहीं-कहीं बूंदाबांदी होगी। कहीं-कहीं तेज वायु का प्रकोप रहेगा। हिमाचल, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर एवं मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर बढ़ेगी। कहीं-कहीं आंशिक तापमान रहेगा। देश में प्राकृतिक प्रकोप के संकेत‍ रहेंगे।